उत्तराखंड संस्कृत विद्यालय प्रबंधकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉक्टर जनार्दन प्रसाद कैरवान ने बताया कि 2 दिन पूर्व उत्तराखंड राज्य की नव नियुक्त मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी जी के द्वारा संस्कृत भाषा को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण शासनादेश जारी किया गया, जिसमें संपूर्ण उत्तराखंड के हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, बस आड्डों,प्रदेश के मुख्य द्वारों तथा प्रदेश के समस्त कार्यालय में हिंदी के साथ-साथ संस्कृत भाषा में भी नाम पटिकाएं बोर्ड आदि लगाए जाएं। ऐसा आदेश मुख्य सचिव महोदय के द्वारा सभी प्रमुख सचिवों, गढ़वाल एवं कुमाऊंमंडल आयुक्तों एवं सभी जिलाधिकारी को दिए गए हैं, डॉक्टर जनार्दन प्रसाद कैरवान ने बताया कि पहली बार उत्तराखंड राज्य में किसी मुख्य सचिव के द्वारा संस्कृत भाषा के सम्मान में ऐसा आदेश जारी हुआ है। जिससे संस्कृत जगत में हर्ष का माहौल है, संस्कृत उत्तराखंड के द्वितीय राज्य भाषा है ,किंतु उत्तराखंड सरकार के द्वारा अभी तक कोई भी ऐसा कार्य नहीं हुआ जिससे ऐसा प्रतीत हो की उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा संस्कृत है ,किंतु इस समय नवनियुक्त मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी जी के द्वारा संस्कृत भाषा के सम्मान में जो आदेश जारी किया गया है उससे जरूर संस्कृत भाषा को सम्मान मिलेगा,पूर्व में हरिद्वार एवं ऋषिकेश को संस्कृत नगरी घोषित किया गया था किंतु उस पर कोई कार्य नहीं हुई ,अब पुनः आशा जगी है की संस्कृत भाषा को राज्य सरकार के द्वारा सम्मानजनक नेत्रों से देखा जाएगा उन्होंने कहा की हम मुख्य सचिव महोदया का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं।


