मुनिकीरेती क्षेत्र में निराश्रित गायें अपना कोई ठिकाना न होने के कारण गलियों में अपने बछडों को जन्म देने को मजबूर है, कलयुग एवं धार्मिक स्थलों में गौ माता की इतनी दुर्दशा होगी किसी ने सोचा भी नही होगा। स्थानीय नगरपालिका प्रशासन भी गायों पर टेग लगाने की व्यवस्था नही करते ताकि गौ स्वामी का पता कर उसे पशु स्वामी के यहां भेज दिया जाय तथा उसे चेतावनी दी जाय। गौ पालक जब तक गाय ठीक ठाक दूध देती है तो तब तक गाय को पालते है जब दूध कम देती है तो गाय को लावारिस हालत में छोड़ देते हैं।वार्ड नम्बर 6 की गली न0 6 में एक सप्ताह में लगातार दो गायों द्वारा अपने बछड़ो को जन्म दे दिया है।स्थानीय गौ सेवक, धर्मावलंबियों,आश्रम संचालक,मठाधीशों ने भी गौ सेवा के लिये मौन साध रखा है।गौशाला संचालक भी बजट के अभावों का रोना रोकर गौशालाओं का संचालन नही कर पा रहै हैं।
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October 16, 2025

