
मुनिकीरेती।शिक्षा कला संस्कृति एवं पर्यावरण उत्थान ट्रस्ट एवं फोनिक्स यूनिवर्सिटी रुड़की,हरिद्वार के संयुक्त तत्वावधान में प्रथम राष्ट्र विभूति सम्मान-2025 का सम्मान समारोह 2 नवंबर 2025 को उत्तराखंड के रुड़की शहर में होने जा रहा है जिसमें देश भर के विभिन्न सामाजिक और साहित्यिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विद्वानों को राष्ट्र विभूति सम्मान प्रदान किया जाएगा।इस अवसर पर ढ़ालवाला मुनिकीरेती टिहरी गढ़वाल के डाॅ भगत राम बिजल्वाण ‘भगत’ को भी राष्ट्र विभूति सम्मान से सम्मानित किए जाने हेतु चयनित किया गया है। डॉ भगत राम बिजल्वाण ‘भगत’ एक शिक्षक और साहित्यकार (कवि /लेखक) हैं साथ ही विगत कई वर्षों से साहित्य के क्षेत्र में मातृभाषा हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए उत्तराखंड के विभिन्न विषयों जैसे पहाड़ों से पलायन, रोजगार, पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, तंबाकू निषेध, स्वच्छता अभियान आदि विषयों पर अपनी रचनाओं के द्वारा शोशल मीडिया, फेसबुक एवं विभिन्न सामाजिक मंचों के द्वारा जन-जागरूकता के संदेश देकर समाज में अहम भूमिका निभाने का काम कर रहे हैं। अभी फरवरी 2025में उनकी एक पुस्तक *भावनाओं के पुष्प* प्रकाशित हुई और अब एक और पुस्तक गढ़वाली भाषा में *पहाड़ की पीड़ा* प्रकाशन हेतु प्रस्तावित है।जो जल्द ही पाठकों के लिए प्रकाशित होगी।कवि/लेखक भगत राम बिजल्वाण ‘भगत’ ने अब तक आवाज साहित्य संस्था मुनिकीरेती, गढ़ भूमि संस्कृति संरक्षण समिति मुनिकीरेती टिहरी गढ़वाल एवं बुलंदी साहित्यिक संस्था रुद्रपुर, आकाशवाणी देहरादून, रेडियो ऋषिकेश आदि अनेक संस्थाओं के विभिन्न सम्मेलनों में प्रतिभाग कर अपनी लेखनी और आवाज से विभिन्न सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त किए हैं। डॉ भगत राम बिजल्वाण ‘भगत’ने किताब कौथीग -2024 नई टिहरी के कवि सम्मेलन में भी प्रतिभाग एवं सम्मान प्राप्त किया है।
वर्तमान में डा बिजल्वाण रा उ मा वि -राजीव ग्राम, टिहरी गढ़वाल में हिंदी अध्यापक के रूप में सेवा दे रहे हैं।2 नवंबर 2025 को डॉ भगत राम बिजल्वाण ‘भगत’ को हिंदी के प्रचार-प्रसार एवं विभिन्न सामाजिक विषयों पर लेखन के लिए उन्हें राष्ट्रीय विभूति सम्मान -2025 से सम्मानित किया जाएगा।